राहुल मंगलवार को जयपुर में पार्टी की युवा आक्रोश रैली में छात्र युवा वर्ग का रुख़ अपनी पार्टी की और मोड़ने पर ज़ोर देते हुए दिखाई दिए.
लोकसभा चुनावों में हार और पार्टी अध्यक्ष का पद छोड़ने के कुछ महीनों बाद राहुल गांधी का यह पहला बड़ा कार्यक्रम था. विश्लेषक कहते हैं कि यह पार्टी में फिर से उनकी ताजपोशी करने की तैयारी का संकेत है.
उधर बीजेपी ने राहुल से राजस्थान में चुनावी वादों का हिसाब माँगा है.
राहुल गांधी अपने भाषण में केंद्र की बीजेपी सरकार को लेकर आक्रामक थे. लेकिन उन्होंने नागरिकता संशोधन क़ानून जैसे मुद्दों पर अधिक ज़ोर देने की बजाय विद्यार्थियों और युवाओं को केंद्र में रखा.