न्यूयॉर्क. सप्ताह के दूसरे दिन अमेरिकी बाजार गिरावट के साथ खुले। डाउ जोंस 0.58 फीसदी की गिरावट के साथ 128 अंक नीचे खुला। नैस्डैक 0.58 फीसदी की गिरावट के साथ 44 अंक नीचे और एसएंडपी 0.56 फीसदी की गिरावट के साथ 14 पॉइंट नीचे खुला। बाजार खुलते समय डाउ जोंस 22198, नैस्डैक 7729 और एसएंडपी 2611 पॉइंट पर कारोबार कर रहे थे। हालांकि मंगलवार को दुनिया के लगभग सभी बाजारों में तेजी रही। चीन का शंघाई कम्पोसिट 3 अंक और हॉन्ग-कॉन्ग का हैंगसैंग 428 अंक ऊपर बंद हुए। साउथ कोरिया का कोस्पी 37 अंक और भारतीय बाजार सेंसेक्स 1028 अंक ऊपर चढ़कर बंद हुए। अमेरिका में कोरोना संक्रमितों की संख्या से निवेशक घबराए हुए हैं। अमेरिका में संक्रमितों की संख्या एक लाख 64 हजार के पार पहुंच चुकी है और अब तक 3175 से ज्यादा लोगों की मौतें हो चुकी है।
सोमवार को को डाउ जोंस 690 अंक यानी 3.19 फीसदी की बढ़त के साथ 22327 अंक पर, एसएंडपी 85 अंक यानी 3.35 फीसदी की बढ़त के साथ 2626 पॉइंट पर और नैस्डैक 271 अंक यानी 3.62 फीसदी की बढ़त के साथ 7774 अंक पर बंद हुए थे।
7:00 PM गिरावट के साथ खुले अमेरिकी बाजार

सप्ताह के दूसरे दिन भारतीय बाजार में दिखी तेजी
सप्ताह के दूसरे दिन भारतीय बाजार बढ़त के साथ खुले। सेंसेक्स 854.62 अंक ऊपर और निफ्टी 248.25 पॉइंट ऊपर खुले। शुरुआती बढ़त बाजार बंद होने तक बनी रही और सेंसेक्स ने 1028.17 अंक या 3.62% ऊपर 29,468.49 पर और निफ्टी 316.65 पॉइंट या 3.82% ऊपर 8,597.75 पर कारोबार खत्म किया। इससे पहले सोमवार को बाजारों में भारी गिरावट देखने को मिली थी। सेंसेक्स ने 1375.27 अंक या 4.61% नीचे 28,440.32 पर और निफ्टी ने 379.15 अंक या 4.38% नीचे 8,281.10 पर कारोबार खत्म किया था।

बाजार में बढ़त आने के चार प्रमुख कारण
- कई रेटिंग एजेंसियों ने भारत के ग्रोथ रेट अनुमान को हाल में कम किया है लेकिन इकनॉमिक इंटेलीजेंस यूनिट का कहना है कि कोरोनावायरस के फैलने के बावजूद भारत की अर्थव्यवस्था जी-20 के दूसरे देशों के मुकाबले बेहतर रहेगी।
- कोरोनावायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सरकार ने देशभर में लॉकडाउन घोषित किया है। इस कारण दूसरे देशों के मुकाबले भारत में कोरोना का संक्रमण कम रफ्तार से फैला है। इसका बाजार पर सकारात्मक असर पड़ा है।
- चीन के उद्योगों में कामकाज फिर से शुरू हो गया है। चीन का पीएमआई इंडेक्स मार्च में उछलकर 52 पर पहुंच गया है जो फरवरी में 35.7 के निचले स्तर पर पहुंच गया था। 50 से ऊपर का इंडेक्स अर्थव्यवस्था के आगे बढ़ने की ओर संकेत करता है।
- वैश्विक बाजारों में भी तेजी का रुख है। जापान के निक्केई, चीन के शंघाई और यूरोपीय बाजारों में तेजी रही है। सोमवार को अमेरिकी बाजार डाउ जोंस 3.19% की तेजी के साथ बंद हुआ था।
बीएसई पर करीब 31 फीसदी कंपनियों के शेयरों में गिरावट रही
- बीएसई का मार्केट कैप 113 लाख करोड़ रुपए रहा
- 2,452 कंपनियों के शेयरों में ट्रेडिंग हुई। इसमें 1,522 कंपनियों के शेयर बढ़त में और 773 कंपनियों के शेयर में गिरावट रही
- 27 कंपनियों के शेयर 1 साल के उच्च स्तर और 262 कंपनियों के शेयर एक साल के निम्न स्तर पर रहे
- 297 कंपनियों के शेयर में अपर सर्किट और 263 कंपनियों के शेयर में लोअर सर्किट लगा
संयुक्त राष्ट्र ने कहा- ग्लोबल इकोनॉमी में मंदी आएगी
संयुक्त राष्ट्र (यूएन) ने कहा है कि दुनिया की अर्थव्यवस्था को इस साल मंदी झेलनी पड़ेगी। क्योंकि, कोरोनावायरस की वजह से बड़े आर्थिक नुकसान की आशंका है। इससे विकासशील देशों को ज्यादा मुश्किलें होंगी। हालांकि, यूएन ने कहा है कि इससे भारत और चीन पर पर असर न पड़ने की उम्मीद है। यूएन ने इसकी वजह नहीं बताई कि वैश्विक मंदी से भारत और कैसे बचेंगे?

कोरोना की वजह से विकासशील देशों को नुकसान होगा
संयुक्त राष्ट्र की ट्रेड रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया की दो तिहाई आबादी विकासशील देशों में रहती है। इन देशों को कोरोनावायरस के संकट की वजह से बड़ा आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता है। इनके लिए 187.50 लाख करोड़ रुपए के रेस्क्यू पैकेज की जरूरत है।